रमजान का पाक महीना: कब शुरू होगा रमजान महीने मे इन 5 बातों का रखें ध्यान

एक माह जो इबादत, संयम और नेक कार्यों का है समय। जानें कब शुरू होगा रमजान और क्या हैं खास बाते ।

  • रमजान का महीना 2 मार्च 2025 से शुरू होगा।
  • भारत में पहला रोजा 2 मार्च को होगा, जबकि सऊदी अरब में 1 मार्च से रोजे शुरू हो गए हैं।
  • इस पाक महीने में आत्मसंयम और इबादत का महत्व अधिक होता है, साथ ही ध्यान रखें कुछ खास बातें।

Ramadan 2025 : हम सभी जानते हैं कि रमजान का महीना कितना खास होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रमजान का असल मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है? ये महीना है आत्मसंयम, इबादत, और नेक कामों का। इस्लामिक मान्यता के अनुसार, इसी महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब पर कुरान नाजिल हुई थी,

और इसी दिन से ये महीना बेशक खास बन गया। तो, अगर आप भी इस साल रमजान में भाग लेने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं इस पाक महीने की शुरुआत कब होगी, और इस दौरान हमें किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।

रमजान कब से शुरू होगा?

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रमजान का महीना चांद के दीदार पर निर्भर करता है। इस बार, यानी 2025 में, रमजान का महीना 2 मार्च से शुरू होगा। हालांकि, सबसे पहले चांद सऊदी अरब में दिखता है, और वहां से ही रमजान की शुरुआत होती है।

2025 में, सऊदी अरब में चांद 28 फरवरी को नजर आ चुका था, जिसके चलते वहां 1 मार्च से रोजे शुरू हो गए हैं। भारत में 2 मार्च से पहला रोजा रखा जाएगा। आप देख सकते हैं कि, भौगोलिक कारणों से, सऊदी अरब में ईद और रमजान का महीना भारत से एक दिन पहले मनाया जाता है।

ईद कब होगी?

रमजान का महीना 29 या 30 दिनों का होता है। इस साल ईद-उल-फितर 30 या 31 मार्च को मनाई जा सकती है, इसका निर्णय चांद के दीदार पर निर्भर करेगा। ईद का दिन एक खुशी का दिन होता है, जब लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, खुशियाँ मनाते हैं और अच्छे कर्मों का सवाब प्राप्त करने के बाद अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशी बांटते हैं।

रमजान का महत्व

रमजान के महीने में मुसलमान अल्लाह की भक्ति में लीन होते हैं, और यह महीना केवल भूखा रहने तक सीमित नहीं है। रोजा रखना एक तरह का आत्मसंयम है, जिससे खुद को सही रास्ते पर रखने का अवसर मिलता है। रमजान के दौरान किए गए अच्छे कामों और इबादत का सवाब कई गुना बढ़ जाता है,।

इतना ही नहीं, रोजे के दौरान लोग भूख और प्यास को सहन करते हैं, ताकि उन्हें उन लोगों का दर्द समझ में आ सके, जो रोज़ाना ही भूखे रहते हैं। यह महीने हमें दूसरों की मदद करने और उनके दुःख-तकलीफों को समझने की सीख देते हैं।

Ramadan
Ramadan

रमजान में इन बातों का रखें ध्यान

रमजान के महीने में रोजा रखने का असल उद्देश्य आत्मसंयम है। परंतु, ध्यान रहे कि सिर्फ खाना-पीना छोड़ देना ही पर्याप्त नहीं है। यह महीना हमारे पूरे आचार-विचार और कर्मों की परीक्षा भी है। आइए जानते हैं, उन बातों के बारे में जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है:

1.बुरा बोलना और बुराई करना पाप है

रमजान में सिर्फ भूखा-प्यासा रहना नहीं होता, बल्कि इस दौरान बुरी बातें कहना, किसी की निंदा करना, झूठ बोलना, और लालच करना भी मना है। हमें अपने विचारों और शब्दों पर संयम रखना चाहिए, ताकि हमारी इबादत पूरी तरह से स्वीकार हो सके।

2.शारीरिक संबंधों से परहेज करें

रमजान के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए। यह समय केवल इबादत और आत्मनिर्माण का है, न कि किसी तरह के शारीरिक सुख का। इसलिए, इस दौरान संयमित रहना जरूरी है।

3.पांच वक्त की नमाज और कुरान पढ़ें

रमजान का महीना खास रूप से इबादत का है। इसलिए, इस दौरान हमे अपनी नमाजों को सही समय पर अदा करना चाहिए और कुरान की तिलावत करनी चाहिए। इन दोनों कार्यों से हमें अनगिनत सवाब मिलता है और हमारी इबादत में बरकत आती है।

4.सहरी और इफ्तार का समय सटीक रखें

रमजान के महीने में सहरी और इफ्तार का समय बहुत अहम है। सहरी को सुबह जल्दी और इफ्तार को सूर्यास्त के बाद सही समय पर करना चाहिए। इससे रोजे का सवाब पूरी तरह से मिलता है और इबादत में कोई कमी नहीं आती।

5.भले काम करें

रमजान का महीना न केवल खुदा से मिलने का समय है, बल्कि यह हमें अपनी खुशियों को दूसरों के साथ बांटने का भी अवसर देता है। जरूरतमंदों की मदद करना, उनका सहारा बनना, यह सब इस महीने के दौरान हमारी जिम्मेदारी है।

2025 Ramadan
2025 Ramadan

रमजान का महीना क्यों खास है?

रमजान का महीना हर मुसलमान के लिए एक बेहतरीन अवसर होता है, खुद को और अपने इमान को मजबूत करने का। यह महीना हमें संयम, शांति और समर्पण की भावना सिखाता है। हमे न सिर्फ भूख-प्यास सहन करनी होती है, बल्कि अपनी आत्मा को भी शुद्ध करना होता है। र

इस पाक महीने में, हम खुद को और दूसरों को बेहतर इंसान बनाने की कोशिश करते हैं। अगर आप रमजान के दौरान इन सभी हिदायतों का पालन करेंगे, तो निश्चित ही आपको अल्लाह की विशेष रहमत और आशीर्वाद मिलेगा।

यह भी पढ़ें:-गेहूं की MSP पर खरीदी 15 मार्च से, किसानों को मिलेगा 2600 रुपये प्रति क्विंटल – जानें पूरी जानकारी

Related Articles