Gwalior BSF Constable Fraud: 12 लाख गए खाक में अब पहुंचे हवालात में बिना परीक्षा व फिजिकल टेस्ट के सीधे जॉइनिंग
Gwalior BSF Constable Fraud: 12 लाख गए खाक में अब पहुंचे हवालात में बिना परीक्षा फिजिकल टेस्ट के सीधे जॉइनिंग आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि ग्वालियर में फर्जी तरीके से बीएसएफ के कांस्टेबल बने जो कैंडिडेट की पोल खुल गई।
जी हां बताया जा रहा है कि यह आप हवालात में है इन्होंने इस नौकरी के लिए दलालों को 12-12 लख रुपए दिए थे जिनको रायपुर छत्तीसगढ़ में जॉइनिंग लैटर दिए गए थे बताया जा रहा है।
कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में आरक्षक की नौकरी पाने के लिए दलालों ने अभ्यर्थियों से 12-12 लाख में सौदा किया गया था और उसके बाद में उन्होंने ना तो लिखित परीक्षा देनी थी और नहीं फिजिकल टेस्ट पास करना था सीधे लेटर लेकर ले जाकर के जॉइनिंग करना था ।
कैंडिडेट ने किया भी ऐसा ही और अब पड़ा है तो पूरे फर्जीवाड़ी की कहानी बयां करती बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ सेंटर ट्रेनिंग सेंटर का है।
पुलिस ने ली रिमांड
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं की जानकारी के मुताबिक इन्हीं 21 से 25 जनवरी के बीच में पकड़ा गया है पुलिस ने यहां बताया कि 11 फरवरी तक के रिमांड पर लिया दरअसल स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में आरक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी ।
फिजिकल टेस्ट में पास होने के बाद कैंडिडेट्स के दस्तावेज और बायोमेट्रिक जांच होनी थी इसी दौरान में फर्जी कैंडिडेट पकड़े गए थे आरोपियों ने रिमांड पर चौंकाने वाले खुलसी किए हैं ।
बताया जा रहा है कि यह दलालों ने ट्रेनिंग सेंटर में आरक्षक की एक पोस्ट के लिए हर कैंडिडेट से 12-12 लाख में सौदा किया गया था और उसके बाद में इनको छत्तीसगढ़ में जॉइनिंग लेटर आए थे।
जिसको बिल्कुल ओरिजिनल थे लेकिन इन अभ्यर्थियों के थे जो लिखित और फिजिकल पास कर चुके थे।
जाने कैसे पकड़ाये यह फर्जी कैंडिडेट
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि एससी में केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों में 2024 में ऑनलाइन आरक्षित भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें चयनित अभ्यर्थियों को ग्वालियर बीएसएफ टेकनपुर अकादमी में 21 से 25 जनवरी के बीच में जॉइनिंग लेनी थी।
25 जनवरी को पहुंचे यह 9 अभ्यर्थी जिसके पास में जॉइनिंग लेटर थे इसमें बायोमेट्रिक और दस्तावेज दिए गए जिसका परीक्षा फिजिकल के दौरान लिए गए बायोमेट्रिक से मिलान किया गया तो फर्जी वाला सामने आ गया।
कद काठी देख कोचिंग से चुने कैंडिडेट
आपके यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि पूछताछ में सभी फर्जी स्टूडेंट से पुलिस के सामने यह स्वीकार की वह अर्ध सैनिक बलों में भर्ती की तैयारी को कर रहे थे सभी को कोचिंग या फिजिकल ट्रेनिंग सेंटर के आसपास दलाल टकराया है।
सितंबर 2024 में परीक्षा के ठीक पहले दलाल उनके पास आए थे दलालों ने उनसे संपर्क किया और कहा कि ऐसे तैयारी करते रहे तो लग गई नौकरी एक पोस्ट पर एक लाख परीक्षा देते हैं।
तो कैसे मिले की नौकरी यहां अलग-अलग शहरों की दलाल लोगों ने अलग-अलग लोगों से संपर्क किया फर्जी ही सही लेकिन ऐसे अभ्यर्थी चुने थे।
अर्ध सैनिक बल के बाद और आरक्षक चुने जाने योग्य थे इनको ₹1200000 की एक आरक्षक की पोस्ट ऑफर की गई थी जिसके बाद आधी राशि एडवांस में भुगतान करनी थी।
किसी ने बची जमीन तो किसी ने बेच डाला ऑटो
आपको यहां जानकारी के लिए बता देते हैं कि दलालों ने भर्ती का भरोसा दिया और अर्ध सैनिक बलों में सेटिंग के कुछ प्रूफ दिए इसके बाद में यह बेरोजगार युवा तैयार हो गए।
अलीगढ़ हाथरस निवासी संदीप कुमार ने एक बीघा जमीन बेचकर दलाल को पैसे दिए जबकि एक अन्य आगरा निवासी दलबीर ने ऑटो बेचकर के एडवांस की रकम दी गई ।
जांच के लिए पुलिस पहुंची रायपुर
आपको यह जानकारी के लिए बता देते हैं कि ग्वालियर पुलिस ने एक टीम रायपुर पहुंची है यह टीम वहां पता लगाएगी कि बीएसएफ के रायपुर सेंटर से जॉइनिंग लेटर कैसे जारी हुए परीक्षा फिजिकल देने वाले जो कैंडिडेट के नाम सामने आए हैं वह सही अभ्यर्थी थे या फिर दलालों की सेटिंग से बैठ के सारे सॉल्वर थे।