मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी कल 20वीं किस्त और मिलेगा एक नया तोहफा
इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को प्रतिमाह 1250 रुपये की सहायता राशि दी जाती है, जिसे ‘लाड़ली बहना योजना’ की किस्त के रूप में उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है।
- मुख्यमंत्री ने दी खुशखबरी
- कितनी महिलाओं को मिलेगा लाभ?
- 12 जनवरी 2025 में 13वीं किस्त
- लाड़ली बहनों के लिए एक और तोहफा
Ladli Behna Scheme 2025 : मध्य प्रदेश सरकार की ‘लाड़ली बहना योजना’ राज्य की करोड़ों महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है। इस योजना के तहत हर महीने महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो और वे समाज में आत्मनिर्भर बन सकें।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके जीवन स्तर में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को प्रतिमाह 1250 रुपये की सहायता राशि दी जाती है, जिसे ‘लाड़ली बहना योजना’ की किस्त के रूप में उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने दी खुशखबरी
अब मध्य प्रदेश की ‘लाड़ली बहनों’ के लिए एक और खुशखबरी आ रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 12 जनवरी 2025 को शाजापुर से ‘लाड़ली बहना योजना’ की 20वीं किस्त ट्रांसफर करने की घोषणा की है।
12 जनवरी को युवा दिवस के अवसर पर, सीएम मोहन यादव ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ का शुभारंभ भी करेंगे और इस दिन विशेष रूप से लाड़ली बहनों को उनके खातों में राशि ट्रांसफर करेंगे।
लाड़ली बहना योजना की सफलता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार ने ‘लाड़ली बहना योजना’ को हर महिला तक पहुँचाने का निरंतर प्रयास किया है। जब से इस योजना की शुरुआत हुई है, तब से यह राज्य की महिलाओं के लिए एक वरदान बन चुकी है। पहली बार जब 10 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक से 1.29 करोड़ महिलाओं के खाते में 1576.61 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे,
इसके बाद से अब तक योजना की 12 किस्तें ट्रांसफर हो चुकी हैं और इस बार 13 वीं किस्त का ट्रांसफर जनवरी 2025 में किया जाएगा।हर माह की 10 तारीख या उससे पहले राशि ट्रांसफर होने की प्रक्रिया से महिलाओं को एक स्थिर आर्थिक सहारा मिला है, जिससे वे अपने दैनिक खर्चों और अन्य जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो रही हैं।
यह योजना खासकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रहने वाली महिलाओं के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, क्योंकि वे समाज के विकास में अहम भूमिका निभाने में सक्षम हो रही हैं।
12 जनवरी 2025 में 13वीं किस्त
जनवरी 2025 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लाड़ली बहना योजना की 13वीं किस्त ट्रांसफर करेंगे। इस बार 1.26 करोड़ महिलाओं को ही राशि मिलेगी। इसका कारण यह है कि 1.29 करोड़ से घटकर इस बार केवल 1.26 करोड़ महिलाएं ही योजना की लाभार्थी होंगी।
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दरअसल, महिला और बाल विकास विभाग ने 1 लाख 63 हजार महिलाओं को अपात्र घोषित कर दिया है, क्योंकि उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है, और सरकार ने नियमों के अनुसार उन्हें इस योजना से बाहर कर दिया है।
इन महिलाओं को योजना से बाहर करने का निर्णय विभाग द्वारा लिया गया है ताकि केवल योग्य लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिल सके।
क्यों हो रही है किस्त में देरी?
लाड़ली बहना योजना की किस्त हर महीने की 10 तारीख को या उससे पहले ट्रांसफर हो जाती थी, लेकिन इस बार किस्त में थोड़ी देरी हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस देरी के बारे में जानकारी दी और बताया कि 12 जनवरी को शाजापुर से लाड़ली बहना योजना की 20वीं किस्त ट्रांसफर की जाएगी। इस दिन ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ का भी शुभारंभ किया जाएगा।
कितनी महिलाओं को मिलेगा लाभ?
इस बार योजना के तहत 1.29 करोड़ महिलाओं के स्थान पर 1.26 करोड़ महिलाओं को राशि मिलेगी। इसका कारण यह है कि राज्य सरकार ने 1 लाख 63 हजार महिलाओं को अपात्र घोषित कर दिया है। ये महिलाएं 60 वर्ष से अधिक उम्र की थीं, और योजना के नियमों के अनुसार, इन महिलाओं को अब लाभ नहीं मिलेगा।
महिला और बाल विकास विभाग ने इस बारे में स्पष्ट जानकारी दी है कि केवल पात्र महिलाओं के खाते में ही राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह निर्णय उन महिलाओं के लिए निराशाजनक हो सकता है जो इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त कर रही थीं।
‘लाड़ली बहना योजना’ का उद्देश्य और लाभ
‘लाड़ली बहना योजना’ का मुख्य उद्देश्य राज्य की गरीब, कमजोर और पिछड़ी महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपने परिवार के विकास में योगदान दे सकें। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह की राशि देती है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में सहायक है।
महिलाओं को यह राशि उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर होती है, जिससे भ्रष्टाचार और मध्यस्थता की समस्या समाप्त हो गई है।
इस योजना का प्रभाव विशेष रूप से गांवों और छोटे शहरों में देखा गया है। जहां महिलाएं आर्थिक स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रही थीं, अब वे इस योजना से मिलने वाली राशि से अपने जीवन की जरूरी चीजों को खरीदने में सक्षम हैं। इसके अलावा, यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में भी सहायक है।
लाड़ली बहनों के लिए एक और तोहफा
12 जनवरी को जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लाड़ली बहना योजना की 20वीं किस्त ट्रांसफर करेंगे, उसी दिन ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ का शुभारंभ भी होगा। यह मिशन युवाओं को समाज में सक्रिय और सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगा।
इससे न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में विकास की नई दिशा में कदम बढ़ा सकेंगे।
स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन का उद्देश्य राज्य में युवाओं को अपने जीवन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देना है। इस मिशन से युवा शक्ति को एक नई दिशा मिलेगी और वे राज्य के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।