GB Syndrom Virus : मध्यप्रदेश में एक नए वायरस की दस्तक,जानिए क्या है वायरस,और क्या होगे लक्षण
- गुलियन-बैरे सिंड्रोम वायरस क्या है ?
- लोगों को यह अनुभव हो सकते हैं
- महाराष्ट्र में फैला जीबीएस वायरस
GB Syndrom Virus : मध्य प्रदेश में खतरनाक वायरस से एक बार फिर दहशत फैल गई है यहां एक मरीज में एक नए सिंड्रोम के लक्षण पाए गए हैं।जिसे इलाज के लिए इंदौर में भर्ती किया गया है।प्रदेश के खंडवा जिले के इस मरीज में खतरनाक गुलियां वेरी सिंड्रोम यानी जीबीएस के लक्षण पाए गए हैं। वैसे तो अभी तक मरीज में इस सिंड्रोम के लक्षण की पुष्टि नहीं की गई है लेकिन डॉक्टर अलर्ट है।
स्वास्थ्य विभाग ने मरीज के गांव में सर्वे करने की बात कही है लेकिन विभागीय अधिकारी इसलिए चिंतित हो रहे हैं क्योंकि मरीज जिस इलाके में रहता है एमपी का वह सब महाराष्ट्र में लगा हुआ है। जहां जीबीएस के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
खंडवा जिले के खालवा के खारकला गांव के एक व्यक्ति में जीबीएस के लक्षण पाए गए हैं। डॉक्टर ने प्रारंभिक जांच में यह है आशंका जताई है कि इंदौर की एक प्राइवेट अस्पताल में इसका इलाज किया जा रहा है।जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई है जीवीएस के लक्षणों के आधार पर ही मरीज का इलाज किया जा रहा है
परिजनों द्वारा बताया गया है कि तीन-चार दिन पहले मरीज के पर सुनते हो गए थे धीरे-धीरे गले तक यह दिक्कत आ गई थी जीबीएस के लक्षण की बात पता चलते ही उन्हें इंदौर में भर्ती कराया गया इसकी पश्चात जिला महामारी विशेष यज्ञ शर्मा ने कहा है कि
जीपीएस प्रवाहित मरीज की जिला अस्पताल या किसी स्वास्थ्य केंद्र में आने की सूचना नहीं दी गई है इंदौर में भी आईडीएफसी पोर्टल पर उसके संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है शर्मा ने मरीज गांव कर्कला में एहतियातन सर्वे करवाने की बात कही जा रही है।
गुलियन-बैरे सिंड्रोम वायरस क्या है ?
गुलियन-बैरे सिंड्रोम यानि जीबीएस न्यूरोलाजिकल ऑटोइम्यून रोग है। प्राय: जीबीएस बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण से हो रहा हैं।गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो तब होती है
जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से परिधीय तंत्रिका तंत्र के हिस्से पर हमला करती है। इससे तंत्रिका सूजन होती है जो मांसपेशियों की कमजोरी या पक्षाघात और अन्य लक्षणों का कारण बनती है। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी शामिल हैं।
महाराष्ट्र में फैला जीबीएस वायरस
खंडवा का कुछ हिस्सा महाराष्ट्र से लगा हुआ है इसीलिए गुलियन-बैरे सिंड्रोम तेजी से बढ़ रहा है पूरे में एक मरीज की मौत हो गई है यही वजह है कि खंडवा के मरीज भी जीडीएस के लक्षण मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ रही है।
लोगों को यह अनुभव हो सकते हैं
संक्रमित मरीज के हाथ पैर में झुनझुनी आने लगती है नशे और मांसपेशियां कमजोर हो जाती है जिससे शुरुआत में हाथ पैर सुन्न हो जाते हैं हल्का बुखार आता है और कभी-कभी सांस लेने में भी परेशानी होने लगती है कुछ लोगों को हार्टबीट भी बढ़ जाती है।
- दर्द की जगह: मांसपेशी
- मांसपेशी संबंधी: मांसपेशियों में कमज़ोरी, असामान्य रूप से चलना, तालमेल में समस्या, या हाथों और पैरों की कमज़ोरी
- पूरे शरीर में: उच्च रक्तचाप या थकान
- दिल: दिल की तेज़ धड़कन या दिल धड़कने की असामान्य ताल
- यह होना भी आम है: चेहरे की मांसपेशियों की कमज़ोरी, धीमी प्रतिक्रियाएं, निगलने में परेशानी, परेशान करने वाली झनझनाहट और जलन, पेशाब रुक जाना, पैर उठाने में कठिनाई, बोलने में कठिनाई, या सांस फूलना