EOW Rewa : 20 दिन के अंतराल पर दो रिश्वतखोरों को एक ही कार्यालय में रिश्वत लेते हुई बड़ी कार्यवाही यह है मध्य प्रदेश की सबसे भ्रष्ट ऑफिस
तहसीलदार का रीडर 4 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप, जमीन बंटवारे के बदले मांगी थी घूंस, एक पखवाड़े पूर्व आर आई भी चालीस हजार रुपए की रिश्वत लेते इसी कार्यालय में हो चुका था ट्रैप।
EOW Rewa : आज हम आपको मध्य प्रदेश की एक ऐसी भ्रष्ट तहसील के बारे में बता रहे हैं जहां पर बगैर पैसे दिए कोई काम नहीं होता और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस तहसील में 20 दिन पहले एक राजस्व निरीक्षक को ₹40000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।
वहीं बुधवार के दिन भी बाबू को ₹4000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है जी हां यह तहसील मध्य प्रदेश के चित्रकूट अनुविभाग बिरसिंहपुर तहसील कार्यालय की बात कर रहे हैं ।
जहां पर बुधवार की दोपहर को तहसीलदार के रीडर राकेश त्रिपाठी को ₹4000 की रिश्वत लेते हुए EOW रीवा की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है यह रीडर साहब जमीन बंटवारे के आवेदन पर कार्यवाही करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे आपको बता दें कि राकेश त्रिपाठी तहसीलदार परम सुख बंसल के रीडर के तौर पर पदस्थ हैं।
ट्रैपिंग की पूरी कार्यवाही ईओडब्लू निरीक्षक मोहित सक्सेना के नेतृत्व में की गई। टीआई मोहित सक्सेना ने बताया कि किसान नीलेश कुमार लोधी निवासी उजैनी जमीन के पारिवारिक बंटवारे का आवेदन 3 सितंबर 2024 को तहसील कार्यालय बिरसिंहपुर में लगाया था।
तहसीलदार से आदेश कराने के बदले रीडर राकेश त्रिपाठी ने किसान से 5 हजार रुपये मांगे थे। किसान नीलेश ने ईओडब्ल्यू में शिकायत की। शिकायत की पुष्टि के बाद बुधवार को फरियादी किसान ने तहसील कार्यालय में रीडर को बुला कर जैसे ही 4 हजार रुपये रिश्वत के लिए वैसे ही ईओडब्लू की टीम ने उसे पकड़ लिया, गौरतलब है
17 जनवरी को ईओडब्लू की टीम ने बिरसिंहपुर तहसील के ही आरआई को जमीन के सीमांकन के बदले 40 हजार की रिश्वत लेते सतना सर्किट हाउस में रंगे हांथो पकड़ा था। ईओडब्ल्यू रीवा की 20 दिन में यह दूसरी बड़ी कार्यवाही है।