महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय, पीएम मोदी भी होंगे शामिल – बीजेपी अध्यक्ष का बड़ा ऐलान

महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से जानकारी दी

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद, महायुति (BJP-शिवसेना-राकांपा) गठबंधन ने सरकार के गठन की प्रक्रिया में अहम कदम उठाते हुए शपथ ग्रहण समारोह की तारीख घोषित कर दी है। महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से जानकारी दी

आगामी 5 दिसंबर को शाम 5 बजेमुंबई के प्रतिष्ठित आज़ाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे, जो राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू होने का प्रतीक है।

शपथ ग्रहण के बाद क्या होगा? 

हालांकि शपथ ग्रहण समारोह की तारीख पर मुहर लग गई है, लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी तक स्पष्टता नहीं है। महायुति सरकार  के गठन में मुख्यमंत्री के पद को लेकर चल रहे विवाद और सस्पेंस ने राज्य की राजनीति में हलचल मचाई हुई है।

बीजेपी और शिवसेना के बीच अभी तक सीएम पद के बंटवारे को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है। इस सबके बीच चंद्रशेखर बावनकुले ने शपथ ग्रहण की तारीख घोषित कर दी, लेकिन अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा।

विभागों के बंटवारे को  बैठक 

महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन को लेकर  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह  के आवास पर बीजेपी, शिवसेना और राकांपा नेताओं के बीच अहम बैठक हुई थी। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने गृह मंत्रालय की मांग की थी, जिससे गठबंधन में कुछ मतभेद उभरने लगे थे। इस मुद्दे के कारण बीजेपी और शिवसेना के बीच कुछ समय के लिए गतिरोध की स्थिति बन गई।

इसी बीच एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव  सतारा  भी गए, जिससे इस मामले में और भी गहमा-गहमी देखने को मिली। हालांकि, शिंदे शुक्रवार सुबह मुंबई लौट आए, लेकिन उन्होंने शाम को फिर से सतारा जाने का फैसला किया, जिससे महायुति में उठापटक की खबरों को बल मिला।

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राजनीति में संभावित बदलाव 

राज्य में शपथ ग्रहण के बाद महायुति गठबंधन में कौन सा नेता किस पद को संभालेगा, यह सवाल अब भी अनुत्तरित है। अगर विभागों के बंटवारे पर जल्द ही कोई स्पष्टता नहीं आती है, तो यह गठबंधन के भविष्य के लिए चुनौती बन सकता है। लेकिन शपथ ग्रहण समारोह की तारीख की घोषणा ने यह संकेत जरूर दिया है कि राजनीतिक गतिरोध को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।

महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़ 

महाराष्ट्र के इस राजनीतिक घटनाक्रम से न केवल राज्य बल्कि देशभर की निगाहें भी जमी हुई हैं। चुनावों के बाद का यह घटनाक्रम एक ओर जहां गठबंधन सरकार के गठन को लेकर अनिश्चितता की ओर इशारा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर यह दर्शाता है कि महाराष्ट्र की राजनीति में बदलाव की लहर लगातार चल रही है।

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अगले कुछ दिनों में क्या विकास होते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन फिलहाल शपथ ग्रहण समारोह की तारीख को लेकर एक बात तो साफ है – महाराष्ट्र में नया राजनीतिक अध्याय जल्द शुरू होने वाला है।

 

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