Crime in Weddings : पुलिस ने चोरों को पकड़ने के लिए अजीब तरीका अपनाया, मंडप में मेहमान बनकर ४ दुल्हों को उठाया, पढ़िए इस चौंकाने वाली कहानी को

Crime in Weddings : अब पुलिस ने इन चोरों को पकड़ने के लिए शादी के समारोह को ही अपनी छानबीन का हिस्सा बना लिया। इस तरह से पुलिस ने मेहमान बनकर चोरों को पकड़ने की योजना बनाई और कामयाब भी रही।

  • चोरों ने देशभर के विभिन्न राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।
  • पुलिस ने शादी के मंडप में घुसकर चार दुल्हों को हिरासत में लिया।
  • इस ऑपरेशन में 560 थानों की पुलिस ने मिलकर चोरों को पकड़ा।

Crime in Weddings : राजगढ़ जिले के कड़िया और गुलखेड़ी गांवों में चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम देने वाले चोरों के खिलाफ पुलिस ने एक बिल्कुल अलग और नया तरीका अपनाया। देशभर में होने वाली हाई प्रोफाइल शादियों में अक्सर चोरों की तरफ से चोरी की घटनाएँ सुनने को मिलती हैं। लेकिन अब पुलिस ने इन चोरों को पकड़ने के लिए शादी के समारोह को ही अपनी छानबीन का हिस्सा बना लिया। इस तरह से पुलिस ने मेहमान बनकर चोरों को पकड़ने की योजना बनाई और कामयाब भी रही।

शादी के मंडप से पुलिस ने उठाए चार दुल्हे

राजगढ़ पुलिस ने कड़िया और गुलखेड़ी गांव में विशेष कैंप लगाए और चोरों को पकड़ने के लिए एक नया तरीका अपनाया। पुलिस के अधिकारी शादी में मेहमान बनकर पहुंचे और मंडप से चार दुल्हों को हिरासत में ले लिया। इन दुल्हों पर आरोप है कि वे लंबे समय से चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे और इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने यह चौंकाने वाला कदम उठाया। इन चार आरोपियों को पुलिस ने शादी के समारोह में घुसकर दबोच लिया और फिर उनसे पूछताछ की।

यह गैंग लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था

पुलिस के अनुसार, कड़िया और गुलखेड़ी गांव के इन चोरों ने दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में कई बड़े चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम दिया था। इन चोरों का यह गैंग लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था, लेकिन अब पुलिस ने इनकी शिनाख्त कर इन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछा लिया।

राजगढ़ पुलिस ने लगाया बैनर और पोस्टर

पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पूरे गांव में बैनर और पोस्टर भी लगाए, जिसमें आरोपी चोरों के फोटो और नाम को प्रमुखता से दिखाया गया। इस पोस्टर पर लिखा था, “राजगढ़ पुलिस आपका स्वागत करती है।” इस अनोखे तरीके से पुलिस ने गांव में चोरों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की। यह कदम इतना प्रभावी साबित हुआ कि गांव में रहने वाले अन्य लोगों ने भी पुलिस की मदद करनी शुरू कर दी और चोरों के खिलाफ जानकारी देना शुरू कर दिया।

चोरी के आंकड़े

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कड़िया और गुलखेड़ी गांव के इन चोरों ने पिछले कुछ सालों में भारी मात्रा में चोरी की रकम इकट्ठी की थी। एसडीओपी उपेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि साल 2023 में इन चोरों ने करीब 3 करोड़ की वसूली की थी और 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 36 करोड़ तक पहुंच गया। इस रकम में सोना, चांदी, डायमंड ज्वैलरी, और नगदी शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि 2025 की वसूली की गणना अभी चल रही है, लेकिन जो आंकड़े सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं।

एक साल में 560 थानों ने की तलाश

पुलिस का कहना है कि इन चोरों को पकड़ने के लिए अब तक लगभग 560 थानों की पुलिस इन गांवों में आ चुकी है। 2023 में 460 थाने, 2024 में 560 थाने और 2025 के पहले तीन महीनों में 216 थानों की पुलिस ने कड़िया और गुलखेड़ी गांव का दौरा किया। इस लगातार छानबीन से पुलिस को इन चोरों तक पहुंचने में काफी मदद मिली और अब इनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पूरी तरह से सख्त है।

कैसे पकड़ने में मदद मिली गांववालों की?

पुलिस के इस अनोखे तरीके को गांववालों का पूरा समर्थन मिला। बहुत से लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर इन चोरों के खिलाफ जानकारी दी। पुलिस ने चोरों के खिलाफ बैनर पोस्टर और सोशल मीडिया पर प्रचार किया ताकि जनता भी जागरूक हो सके और अपराधियों का पता चल सके। अब तक की जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में भी बड़ी वारदातें की थीं।

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