हद करदी आपने : मध्यप्रदेश में महिला प्राचार्य रिश्वतखोरी का एक और उदाहरण सामने आया मांगी थी घूस

इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश के शासकीय महाविद्यालय कानवन की महिला प्राचार्य डॉ. मंजू पाटीदार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। प्राचार्य ने प्यून से उसका वेतन निकालने के लिए 9 हजार की मांग की थी।

  • प्यून का 4 महीने का वेतन निकालने के लिए रिश्वत की मांग
  •  इंदौर लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई, प्राचार्य गिरफ्तार
  • भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज

Corruption Bribery: मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का मामला फिर से सुर्खियों में आया है, और इस बार तो मामला और भी चौंकाने वाला है। शासकीय महाविद्यालय कानवन, जिला धार की प्रभारी प्राचार्य डॉ. मंजू पाटीदार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया। अब सोचिए, एक महिला प्राचार्य जो शिक्षा क्षेत्र में काम कर रही थी, वो इस कदर भ्रष्टाचार में लिप्त थी कि उसने प्यून से भी घूस लेने में संकोच नहीं किया।

रिश्वत की कहानी कुछ यूं है

कॉलेज के चौकीदार विजय बारिया का चार महीने से वेतन रुका हुआ था। वो बार-बार प्राचार्य से निवेदन करता रहा, लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना बना दिया गया। आखिरकार, परेशान होकर विजय ने प्राचार्य से यह मामला इंदौर लोकायुक्त पुलिस को बताया। और फिर क्या था, इंदौर की लोकायुक्त पुलिस ने योजना बनाकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।

प्राचार्य ने 13 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन लोकायुक्त पुलिस ने उसे सिर्फ 9 हजार रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व एसपी राजेश सहाय ने किया, और इस कार्रवाई के बाद प्राचार्य पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया।

फरवरी महीने के आखिरी दिन कोई 50 कोई 40 तो कोई 20हजार की रिश्वत मांग रहे थे महीने के आखिरी दिन पकड़ा गए मध्य प्रदेश के पांच रिश्वतखोर

 

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