Cold wave in madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के इन जिलों मे सर्दी कश्मीर से भी ज्यादा 5 दिनों तक कोल्ड वेव का अलर्ट जानिए आपके शहर का हाल
भोपाल का तापमान 6.8 डिग्री, जबलपुर का 6.2 डिग्री, ग्वालियर का 4.6 डिग्री और इंदौर का 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
Cold wave in madhya Pradesh : मध्य प्रदेश इस समय जबरदस्त शीतलहर की चपेट में है, जिससे प्रदेश के कई प्रमुख शहरों का तापमान कश्मीर और मनाली जैसे ठंडे स्थानों के समान हो गया है। खासकर पचमढ़ी और रायसेन जैसे हिल स्टेशनों का तापमान कुछ ऐसा हो गया है कि यहां के हालात कश्मीर जैसे महसूस हो रहे हैं।
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है, जिससे जनता में चिंता की लहर दौड़ गई है। आइए जानते हैं कि क्यों आई यह ठंड और इसका असर किस प्रकार से हो सकता है।
पचमढ़ी और रायसेन की सर्दी कश्मीर से भी ज्यादा
गुरुवार, 12 दिसंबर को, मध्य प्रदेश में सर्द हवाओं और उत्तर में हो रही बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट आई। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी का तापमान तो 3.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि रायसेन में यह 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन क्षेत्रों का तापमान कश्मीर और मनाली जैसे पर्वतीय स्थलों के समान हो गया है।
इस सर्दी का असर राजधानी भोपाल, जबलपुर, इंदौर, और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में भी देखने को मिला। यहां के तापमान ने पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल का तापमान 6.8 डिग्री, जबलपुर का 6.2 डिग्री, ग्वालियर का 4.6 डिग्री और इंदौर का 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शीतलहर की बजह
मौसम विभाग के अनुसार, इस ठंड के कारणों में उत्तर भारत में हो रही भारी बर्फबारी और उत्तरी हवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, जो कि एक प्रकार का मौसम परिवर्तन है, इसके कारण शीतलहर का असर और बढ़ गया है। जब किसी शहर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और वह सामान्य से 4 से 5 डिग्री कम हो, तो इसे शीतलहर कहा जाता है।
15 दिसंबर तक ठंड का दौर जारी
मौसम विभाग ने अगले 4-5 दिनों तक मध्य प्रदेश में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। इसके तहत राजधानी भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत कई शहरों में सर्दी और बढ़ने की संभावना है। इन शहरों में तापमान सामान्य से 3-6 डिग्री कम रह सकता है।
साथ ही, शीतलहर के चलते राजधानी भोपाल में स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है। अब, सुबह की शिफ्ट के स्कूलों का समय बढ़ाकर 9 बजे कर दिया गया है, ताकि बच्चे इस ठंड से बच सकें। अन्य जिलों में भी समय बदलने के आदेश दिए जा सकते हैं।
पचमढ़ी में मिल रहा बर्फ का मजा
पचमढ़ी, जोकि मध्य प्रदेश का प्रमुख हिल स्टेशन है, इस समय सर्द हवाओं और शीतलहर के चलते और भी आकर्षक हो गया है। यहां का तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, जिससे पचमढ़ी के आउटर इलाके में ओस जमकर बर्फ जैसा रूप धारण कर रही है।
पर्यटकों के लिए किसी जादू से कम नहीं है। दिसंबर और नववर्ष के जश्न के लिए यहां भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं, और ठंड ने इस अनुभव को और भी रोमांचक बना दिया है।