Cold in pachmarhi today : मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पर बर्फीली ओस और शीतलहर अब तक तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस तापमान से कड़ाके की ठंड

आगामी 4 से 5 दिनों में इस ठंडी हवाओं का प्रभाव और बढ़ सकता है। पचमढ़ी में इस समय शीतलहर के साथ-साथ ओस की बर्फीली बूंदों पर्यटकों के लिए खास अनुभव बन जाता है।

Cold in pachmarhi today : मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में इस समय ठंड का कड़ा दौर जारी है, जो न सिर्फ वहां रहने वालों, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक मौका बन गया है। दिसंबर महीने की शुरुआत में जब शीतलहर और कड़ाके की ठंड ने नर्मदा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में अपनी चपेट में लिया, तब पचमढ़ी में ओस की बर्फीली बूंदों और शीतलहर ने मौसम को बेहद ठंडा बना दिया।

यहाँ तक कि पचमढ़ी के चंपक लेक सहित अन्य पहाड़ी इलाकों में ओस की बूंदें जमकर बर्फ का रूप ले रही हैं। इस खुबसूरत नज़ारे ने पचमढ़ी को सर्दी के मौसम में एक जादुई नजारा बन गया है ।

पचमढ़ी मे शीतलहर का असर

मध्यप्रदेश के नर्मदांचल क्षेत्र में दिसंबर का महीना हमेशा से ठंड का मौसम रहा है, लेकिन इस साल की ठंड कुछ खास ही महसूस हो रही है। पचमढ़ी, जो कि एक प्रमुख हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है, यहां का तापमान दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है।

मंगलवार को पचमढ़ी का रात का तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो पिछले 24 घंटों में 0.3 डिग्री की गिरावट को दर्शाता है। यह तापमान न केवल इस क्षेत्र के लिए सामान्य से कम है,

पचमढ़ी में सुबह के समय चंपक लेक और पहाड़ी इलाकों में ओस की बूंदें बर्फ की तरह जम जा रही हैं, जो दृश्य को और भी मनोरम बना देती हैं। यह प्राकृतिक दृश्य न केवल यहां के स्थानीय निवासियों, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक खास आकर्षण बन गया है। पहाड़ी इलाके, हरे-भरे बागान, और छोटे-छोटे झरने, सब कुछ इस समय बर्फ के हल्के आवरण से ढका हुआ है,।

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पचमढ़ी में ठंड का कारण

पचमढ़ी में ठंड के इस दौर के पीछे मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय प्रभावों का खत्म होना है। जब चक्रवातीय प्रभाव समाप्त होता है, तो हवा का दबाव और दिशा बदलती है, जिससे उत्तरी ठंडी हवाओं का असर और बढ़ जाता है। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पचमढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में ठंडी हवाएं और अधिक तीव्र हो जाती हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में पचमढ़ी और नर्मदांचल क्षेत्र में ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है। विशेष रूप से, आगामी 4 से 5 दिनों में इस ठंडी हवाओं का प्रभाव और बढ़ सकता है। पचमढ़ी में इस समय शीतलहर के साथ-साथ ओस की बर्फीली बूंदों पर्यटकों के लिए खास अनुभव बन जाता है।

मध्यप्रदेश का स्विट्जरलैंड

पचमढ़ी को मध्यप्रदेश का “स्विट्जरलैंड” भी कहा जाता है। यह हिल स्टेशन केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि यहां के मौसम का भी एक अलग आकर्षण है। सर्दियों के मौसम में पचमढ़ी का तापमान इतना गिर जाता है कि यहां पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं।

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पचमढ़ी की सबसे आकर्षक बात यह है कि यह पर्यटन के लिहाज से एक साल भर खुला स्थान है। हालांकि, सर्दियों में यहां की खूबसूरती और निखर जाती है। ठंडी हवाएं, बर्फ से ढकी ओस की बूंदें और पेड़-पौधों पर बर्फ की हल्की परत सर्दी में पचमढ़ी के आकर्षण को दोगुना कर देती हैं।

वर्तमान में, पचमढ़ी के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे कि अलेक्जेंडर काउंटी, भूरी महल, जटा शंकर गुफा, और रानी दुर्गावती मंदिर, ठंडी हवाओं और सुंदर नजारों से और भी रोमांचक हो गए हैं। यहां का मौसम उन पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनता है, जो बर्फीली ठंड और शांत वातावरण का आनंद लेना चाहते हैं।

पचमढ़ी, मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है जो सर्दियों में अपने खूबसूरत और ठंड के कारण पर्यटकों का मन मोहता है। यहां की ठंडी हवाएं, ओस की बर्फीली बूंदें और हिमपात का ठंड के इस मौसम में पचमढ़ी का अनुभव वाकई शानदार होता है। इस समय पचमढ़ी का तापमान गिरकर 1.6 डिग्री तक पहुंच गया है और अगले कुछ दिनों तक ठंड और बद सकती है ।

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