मुख्यमंत्री मोहन यादव के परिवार मे निधन, उज्जैन रवाना हुए सीएम, पूरा शहर शोक में
मुख्यमंत्री के परिवार में पिछले कुछ महीनों में यह दूसरा बड़ा दुख आया है, क्योंकि तीन महीने पहले ही उनके पिता पूनमचंद यादव का भी निधन हो गया था।
CM Mohan Yadav Aunt Passes Away: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के परिवार में एक और गहरी शोक की लहर दौड़ पड़ी है। शुक्रवार, 6 दिसंबर को उनकी चाची, समाजसेवी अन्नपूर्णा यादव का इंदौर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
चाची के निधन की खबर से न सिर्फ मुख्यमंत्री का परिवार, बल्कि पूरा उज्जैन शहर शोक में डूब गया है। अन्नपूर्णा यादव के निधन के साथ ही मुख्यमंत्री के परिवार में पिछले कुछ महीनों में यह दूसरा बड़ा दुख आया है, क्योंकि तीन महीने पहले ही उनके पिता पूनमचंद यादव का भी निधन हो गया था।
सीएम मोहन यादव ने किया उज्जैन के लिए रवाना
सूत्रों के मुताबिक, अन्नपूर्णा यादव का इलाज लंबे समय से इंदौर के निजी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन स्वास्थ्य में कोई खास सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपनी चाची के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए तुरंत उज्जैन रवाना हो गए। आज, शुक्रवार को उज्जैन के गीता कॉलोनी से अन्नपूर्णा यादव की शव यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री समेत परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे।
परिवार और शहर में शोक की लहर
सीएम मोहन यादव के करीबी सूत्रों ने बताया कि अन्नपूर्णा यादव, समाजसेवी गोविंद यादव और बबलू यादव की माता थीं। उनके निधन से परिवार में गहरा शोक व्याप्त है।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को तत्काल रद्द कर दिया गया और वे अपनी चाची की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे। मुख्यमंत्री के लिए यह एक गहरा आघात है क्योंकि कुछ ही महीनों पहले उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। अब चाची के निधन ने उन्हें शोक संतप्त कर दिया है।
उज्जैन के गीता कॉलोनी से शुरू होगी शव यात्रा
अन्नपूर्णा यादव की अंतिम यात्रा आज शुक्रवार को उज्जैन के गीता कॉलोनी से निकाली जाएगी। इस मौके पर शहरवासियों की एक बड़ी संख्या उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हो सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के परिवार के लिए यह बहुत कठिन समय है, और उनके साथ पूरे प्रदेश के लोग दुख की इस घड़ी में एकजुट हैं।
मुख्यमंत्री की चाची का समाज में योगदान
अन्नपूर्णा यादव न केवल एक पारिवारिक व्यक्तित्व थीं, बल्कि समाज में भी उनकी सक्रिय भूमिका थी। वह कई सामाजिक गतिविधियों में शामिल रही थीं और उनकी मेहनत और योगदान को लोग हमेशा याद रखेंगे। उनकी चाची के निधन से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनका परिवार गहरे शोक में हैं।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि परिवार के सदस्यों की अहमियत हमेशा हमारे जीवन में सबसे बड़ी होती है, और उनका निधन हमारे जीवन पर गहरा असर छोड़ जाता है।