Bank rules changing from 1 april 2025 : 1 अप्रैल से बदलेंगे बैंकिंग के कुछ महत्वपूर्ण नियम, इन बदलावों से आपका खर्च बढ़ सकता है, जानिए पूरी जानकारी
एटीएम से ज्यादा बार पैसे निकालने पर लगेगा अधिक शुल्क, मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर जुर्माना, यूपीआई के पुराने नंबर भी होंगे हटाए… समझिए 1 अप्रैल से लागू होने वाले नियम
- एटीएम ट्रांजेक्शन शुल्क बढ़ेगा
- मिनिमम बैलेंस न रखने पर जुर्माना
- यूपीआई के पुराने नंबर होंगे हटाए
Bank rules changing from 1 april 2025 : हर साल 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत होती है और इस बार भी कुछ ऐसे नियम लागू हो रहे हैं, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। अगर आप बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं या एटीएम से अक्सर पैसे निकालते हैं, तो ये बदलाव आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। तो चलिए, जानते हैं कि 1 अप्रैल से कौन से नियम बदलने जा रहे हैं और इनसे आपको कैसे प्रभावित हो सकते हैं।
एटीएम से ज्यादा बार पैसे निकालने पर खर्च होगा ज्यादा
अब एटीएम से पैसे निकालने पर आपको ज्यादा शुल्क चुकाना पड़ सकता है। अगर आप एक महीने में अपनी बैंक की एटीएम से पांच ट्रांजेक्शन की सीमा पार करते हैं, तो हर अगली निकासी पर 23 रुपये का शुल्क वसूला जाएगा। पहले यह शुल्क 17 रुपये था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 19 रुपये कर दिया गया है। मतलब, अब हर बार अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर आपको दो रुपये अधिक चुकाने होंगे।
इससे यह भी पता चलता है कि अब एक महीने में 5 मुफ्त ट्रांजेक्शन की लिमिट खत्म होने के बाद आपको हर ट्रांजेक्शन पर ज्यादा पैसा देना होगा। और, अगर आप दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो मेट्रो शहरों में आप सिर्फ 3 ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, जबकि गैर-मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 है।
यहां एक चीज ध्यान में रखने की है कि यह बदलाव सिर्फ उन ट्रांजेक्शनों पर लागू होगा जो बैंक के एटीएम से निकाले जाएंगे। अगर आप किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो शुल्क पहले से ही अधिक होगा, और अब आपको इस पर भी अतिरिक्त खर्च करना पड़ सकता है।
मिनिमम बैलेंस रखने पर अब लगेगा जुर्माना
बैंक खातों में मिनिमम बैलेंस न रखने पर अब आपको जुर्माना भरना होगा। खासकर जनधन योजनाओं और बचत खातों के लिए यह नियम लागू किया जाएगा। अगर आपने कभी सोचा था कि इन खातों में बैलेंस नहीं रखने से कोई फर्क नहीं पड़ता, तो अब आपको अपनी सोच बदलने की जरूरत है।
अब यह जुर्माना शहरी और ग्रामीण शाखाओं में अलग-अलग हो सकता है, इसलिए आपको अपने बैंक से यह जानकारी लेनी होगी कि आपके खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर आपको कितना जुर्माना देना होगा। इसका असर खासतौर पर उन लोगों पर पड़ेगा जिनके पास खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं रहता।
साथ ही, जो लोग हमेशा अपनी खाता स्थिति को नजरअंदाज करते हैं, उनके लिए यह एक चेतावनी हो सकती है कि जल्द से जल्द अपने खाते में जरूरी बैलेंस रखें, नहीं तो जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।
यूपीआई के पुराने नंबर होंगे हटाए
यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) से जुड़ा एक और नया नियम 1 अप्रैल से लागू हो रहा है। इस बदलाव के तहत, नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ इंडिया ने बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिए हैं कि वे पुराने, बदले हुए या इनएक्टिव मोबाइल नंबरों को अपने डेटाबेस से हटा दें। इसका मुख्य उद्देश्य धोखाधड़ी को रोकना और सुरक्षित डिजिटल भुगतान प्रणाली सुनिश्चित करना है।
इसलिए, अगर आपका मोबाइल नंबर यूपीआई से जुड़ा हुआ है और वह इनएक्टिव हो चुका है या आपने उसे बदल लिया है, तो आपको इसे जल्द से जल्द अपडेट करना होगा। बैंक और भुगतान सेवा प्रदाता इसे 31 मार्च तक अपडेट करने के लिए कह रहे हैं।
अगर आपने अपनी यूपीआई जानकारी सही नहीं की है या आपके नंबर में कोई बदलाव हुआ है, तो आपको जल्द से जल्द इसे अपने बैंक या पेमेंट प्रोवाइडर से अपडेट करवा लेना चाहिए।
यहां कुछ मुख्य बदलावों की जानकारी
एटीएम ट्रांजेक्शन फीस: एक महीने में पांच ट्रांजेक्शन के बाद हर ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये का शुल्क।
मिनिमम बैलेंस: अगर बैलेंस कम होगा तो जुर्माना लगेगा।
यूपीआई अपडेट: पुराने और इनएक्टिव नंबरों को हटा दिया जाएगा।