उत्तराखंड में हिमस्खलन का कहर: 4 की मौत, 50 बचाए गए, 5 श्रमिक अभी भी लापता
उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन में 4 श्रमिकों की मौत हो गई और 50 को बचा लिया गया, जबकि 5 श्रमिक अब भी मलबे में दबे हुए हैं। बचाव कार्य जारी है।
- After the avalanche, 48 workers were rescued from the debris, one of whom died during treatment.
- The Indian Air Force and NDRF teams expedited the rescue operation, but bad weather increased difficulties.
- The workers trapped in the avalanche were from various states, including Bihar, Uttar Pradesh and Jammu and Kashmir.
Avalanche havoc in Uttarakhand : उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को एक भीषण हिमस्खलन ने सैकड़ों परिवारों को झकझोर कर रख दिया। यह हादसा उस समय हुआ जब सीमा सड़क संगठन (BRO) के श्रमिकों का एक समूह काम कर रहा था। सुबह 5:30 से 6:00 के बीच माणा गांव के पास स्थित BRO के कैम्प में हिमस्खलन आ गया, और कई लोग मलबे में दब गए।
इस दुर्घटना में अब तक चार श्रमिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। हालांकि, पांच श्रमिक अभी भी लापता हैं और मलबे में दबे हुए हैं।
बचाव कार्य में जुटे हैं सेना और एनडीआरएफ
बचाव कार्य में भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीम दिन-रात जुटी हुई हैं, लेकिन कठिन परिस्थितियां उनके रास्ते में आ रही हैं। मलबे से श्रमिकों को निकालने के लिए करीब सात फीट गहरी बर्फ को हटाना पड़ा। भारी बर्फबारी और खराब दृश्यता के कारण बचाव कार्य में बहुत परेशानी आ रही है, लेकिन फिर भी टीमों ने अपने कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी।
हिमस्खलन के बाद बचाव कार्य
चमोली में हिमस्खलन के बाद बचाव कार्य के लिए तात्कालिक रूप से भारतीय वायुसेना की मदद ली गई। शनिवार को आईएएफ के Mi-17 हेलीकॉप्टर ने माणा की ओर उड़ान भरी और वहां बचाव कार्य में मदद की। माणा के हेलिपैड पर 14 नागरिकों को बचाया गया, जिनमें से एक की हालत नाजुक थी।
भारतीय सेना के विशेष टीमों ने भी मलबे में दबे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए मोर्चा संभाला। इन टीमों में 100 से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे, जो उच्च ऊंचाई वाले इलाके में बचाव कार्य करने में दक्ष हैं। इसके अलावा, एनडीआरएफ ने भी चार टीमों को चमोली भेजा, और अन्य टीमों को तैयार रहने के लिए रखा गया।
मौसम के कारण बचाव कार्य में अड़चनें
मौसम विभाग ने चमोली में और आसपास के इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया था, जिससे बचाव कार्य में और भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। हालाँकि, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने काम करना जारी रखा है, लेकिन स्थिति कठिन हो गई है।
यहां के श्रमिक विभिन्न राज्यों से हैं, जिनमें बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर के लोग शामिल हैं। हालांकि, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कुल 10 श्रमिकों के नाम जारी किए हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वे किन राज्यों से हैं।
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