Anti Corruption Bureau : एसडीएम 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए
एसडीएम ने उनसे ज़मीन डायवर्सन के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
Anti Corruption Bureau : छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ा कदम उठाया है। बेमेतरा जिले के साजा तहसील में एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए साजा के एसडीएम टेकराम माहेश्वरी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई तुकाराम पटेल नाम के व्यक्ति की शिकायत पर की गई, जिन्होंने बताया कि एसडीएम ने उनसे ज़मीन डायवर्सन के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
रिश्वत की मांग और एसीबी की कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसडीएम टेकराम माहेश्वरी ने पहले तुकाराम पटेल से ज़मीन डायवर्सन के काम के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में यह राशि 25 हजार रुपए पर तय हो गई। तुकाराम पटेल ने दीपावली से पहले पहले किश्त के रूप में 10 हजार रुपए एसडीएम को दे दिए थे। बाकी बचे 15 हजार में से आज 10 हजार रुपए की दूसरी किश्त देने का समय तय हुआ था, और इस तय वक्त पर एसीबी की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी कर दी।
एसीबी टीम की पूरी रणनीति
एसीबी ने पूरी प्लानिंग के साथ इस छापेमारी को अंजाम दिया। तुकाराम पटेल को रिश्वत की राशि लेकर साजा एसडीएम कार्यालय भेजा गया, और जैसे ही एसडीएम ने तुकाराम से 10 हजार रुपए की दूसरी किश्त ली, एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। इस तरह से एसीबी की टीम ने एक महत्वपूर्ण भ्रष्टाचार के मामले का पर्दाफाश करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान को मजबूत किया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य में एसीबी का बढ़ता कदम
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की लगातार हो रही कार्रवाई यह दर्शाती है कि सरकार और संबंधित विभाग इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। हाल के समय में यह देखा गया है कि एसीबी द्वारा कई ऐसे मामलों का पर्दाफाश किया गया है, जिनमें सरकारी अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे थे। यह कार्रवाई राज्य में अन्य अधिकारियों के लिए भी एक कड़ा संदेश है कि भ्रष्टाचार के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
ताजा कार्रवाई का असर
साजा एसडीएम टेकराम माहेश्वरी की गिरफ्तारी से न सिर्फ क्षेत्र के लोगों में, बल्कि पूरे राज्य में भ्रष्टाचार को लेकर एक स्पष्ट संदेश जाएगा। इस घटना से यह भी सिद्ध होता है कि सरकार और संबंधित विभाग भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एसीबी की कार्रवाई से अन्य अधिकारियों में भी डर का माहौल बन सकता है, जिससे आगे ऐसी घटनाओं में कमी आ सकती है
साजा एसडीएम टेकराम माहेश्वरी की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की ओर से एक बड़ी जीत मानी जा रही है। यह घटना राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में मील का पत्थर साबित हो सकती है। एसीबी की इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि राज्य में कोई भी अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
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