Anti Corruption Bureau : एंटी करप्शन की टीम ने थानेदारों को बड़ी रिश्वत लेते दबोचा,जानिए पूरा मामला
पकड़े गए थानेदार को टीम शहर कोतवाली लेकर पहुंचाया गया है। जहां उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया गया।
- थानेदार ने नहीं दर्ज कराई शिकायत
- केस दर्ज कराने के लिए 50 हजार रूपए
- पहली किस्त 30 हजार देने होंगे
- 5000 रिश्वत लेते गिरफ्तार दरोगा
Anti Corruption Bureau : रिश्वत लेने के मामले आए दिन सुन रहे है।कही न कही दारोगा, पटवारी रिसवत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जा रहे है।ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है।एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने यह थानेदार को शिवशंकर सिंह को उनके थाने परिसर से 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गुरुवार की दोपहर रंगे हाथों पकड़ा गया है। और बही दूसरी तरफ रांची की टीम ने कोतवाली थाने के दरोगा को ऋषिकांत को पांच हजार रुपए रिसवत लेते दबोच लिया है।
यह रहा पूरा मामला
पकड़े गए थानेदार को टीम शहर कोतवाली लेकर पहुंचाया गया है। जहां उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया गया।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन विंध्याचल मंडल के मीरजापुर थाने के प्रभारी विनय सिंह ने कहा है कि चील्ह के एक गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की भांजी काे चील्ह थाना क्षेत्र के बलुआ गांव के रहने वाला एक युवक परेशान कर रहा था।
थानेदार ने नहीं दर्ज कराई शिकायत
युवती को लगातार परेशान करने की जानकारी होने पर उसके मामा ने आरोपित युवक के विरुद्ध छेड़ छाड़ की शिकयत दर्ज कराने के लिए 18 फरवरी की दोपहर चील्ह थाने के प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर सिंह को दिए थे। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी थानेदार शिवशंकर सिंह ने आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
केस दर्ज कराने के लिए 50 हजार रूपए
केस दर्ज हाेने की जानकारी लेने पर जब पीड़ित थाने पहुंचे तो थानेदार साहब उनको परेशान करने लगे।कारण पूछने पर बताया कि मुकदमा दर्ज कराना है तो इसके लिए 50 हजार रुपये लगेगे। यह सुन वह परेशान हो गए। कई बार बोलने पर भी थानेदार ने बिना रुपये लिए मुकदमा नहीं लिखने की बात कही।और परेशान होकर पीड़ित रुपये देने के लिए तैयार हो गए।
पहली किस्त 30 हजार देने होंगे
पहली बार में 30 हजार रुपये देने की बात कही।शिकायत दर्ज करने के लिए रिश्वत की मांग करने पर पीड़ित ने थानेदार पर कार्रवाई करने की योजना बनाई उन्होंने मामले की शिकायत एंटी करप्शन मीरजापुर से कर दी।और 25 फरवरी को आइजीआरएस मुख्यमंत्री पर शिकायत कर दी।जिसके बाद टीम ने जांच शुरू कर दी।
एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा
शासन से भी आरोपी थानेदार पर कार्रवाई करने का निर्देश आने पर एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक अनिल कुमार चौरसिया, निरीक्षक कृष्ण मोहन राय, निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, हेड कॉन्स्टेबल पुनीत सिंह, मुकेश यादव, सर्वेश तिवारी आदि के साथ दोपहर में चील्ह थाने पहुंच गए।
परिसर में जैसे ही शिकायतकर्ता ने थानेदार को रिश्वत के 30 हजार रुपये दिए तो टीम ने आरोपित थानेदार शिवशंकर सिंह को रिसवत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।शहर कोतवाली लाकर आरोपित थानेदार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया।
5000 रिश्वत लेते गिरफ्तार दरोगा
दरोगा ने जप्त मोबाइल को मुक्त करने के संबंध में एनओसी देने के बदले में आवेदक से ₹5000 रिश्वत की मांग की एसीपी ने जल बेचकर महिला थाना परिसर से उसे गिरफ्तार कर लिया बताया जा रहा है।कि एसीपी में उक्त दरोगा के विरुद्ध लिखित शिकायत की थी। उन्होंने एसीबी को बताया है कि उनके छह माह नवंबर 2024 को कोतवाली थाने में कांड संख्या 308/24 दर्ज था इस केस में उन्हें न्यायालय से जमानत मिल चुकी थी।